123 साल पुराने 8 लोगों की हत्या की गुत्थी आज भी अनसुलझी, आज भी सुनती है चीखो की आवाज
विलिस्का मर्डर केस: 8 लोगों की हत्या का अनसुलझा रहस्य
अमेरिका के लोवा स्टेट के एक छोटे से कस्बे विलिस्का में आज भी एक दर्दनाक और रहस्यमयी घटना की गूँज सुनाई देती है। यह घटना 9 और 10 जून 1912 की रात की है, जब एक ही परिवार के 6 लोगों और 2 मेहमान बच्चियों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। आज, 123 साल बाद भी यह मर्डर केस एक अनसुलझा रहस्य बना हुआ है।
मूरे परिवार: प्रतिष्ठित और सम्मानित
विलिस्का में उस समय जोशीया मूरे (43), उनकी पत्नी सारा (39) और उनके चार बच्चों—हरमन (11), मैरी (10), आर्थर (7) और पॉल (5)—का एक छोटा और खुशहाल परिवार रहता था। मूरे परिवार विलिस्का के सबसे सम्मानित और अमीर लोगों में गिना जाता था। जोशीया के पास एक हार्डवेयर का सफल बिजनेस था और सारा धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थीं। मूरे परिवार नियमित रूप से चर्च जाया करता था और समाज में उनका अच्छा सम्मान था।
चर्च से लौटने के बाद हुई खौफनाक घटना
9 जून 1912 को, सारा मूरे ने अपने पति से कहा कि वह जल्दी घर आ जाएं क्योंकि चर्च में बच्चों के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम खत्म होने के बाद मूरे परिवार घर लौटा और उनके साथ मैरी की दो दोस्त, लीना (8) और ऐना स्टिलिंगर (12) भी थीं। उन्होंने रात को मूरे परिवार के घर पर रुकने का निर्णय लिया।
सुबह की खामोशी और भयावह दृश्य
10 जून की सुबह, पड़ोसी मैरी पैकेम को कुछ अजीब लगा। वह देख रही थीं कि मूरे परिवार के घर से कोई हलचल नहीं हो रही थी। दरवाजे पर दस्तक देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। संदेह होने पर उन्होंने जोशीया के भाई रोस मूरे को बुलाया। जब रोस ने दरवाजा खोला, तो अंदर का नजारा बेहद खौफनाक था।
जोशीया, सारा, उनके चार बच्चे और दोनों स्टिलिंगर बहनें—सभी मृत पाए गए। हर किसी का चेहरा किसी कपड़े से ढका हुआ था और उनके सिर पर कुल्हाड़ी से बार-बार वार किया गया था। यह एक ऐसी भयावह घटना थी जिसने पूरे कस्बे को हिलाकर रख दिया।
जांच के बाद भी कोई सुराग नहीं
पुलिस की जांच में पता चला कि हत्यारा कुल्हाड़ी का इस्तेमाल कर घर के सभी लोगों को मौत के घाट उतार चुका था। कुल्हाड़ी को मूरे के स्टोर से ही उठाया गया था। जाँच में यह भी सामने आया कि हत्यारा शायद पहले से ही घर के ऐटिक (छत के नीचे बनी जगह) में छिपा हुआ था। रात को जब सभी सो गए, तो उसने वारदात को अंजाम दिया।
छोटी बहन लीना के शरीर पर संघर्ष के निशान मिले, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि वह जाग गई थी और बचने की कोशिश कर रही थी, लेकिन असफल रही।
संदिग्धों की सूची, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं
हत्या के बाद कई संदिग्धों के नाम सामने आए, लेकिन किसी के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला।
- फ्रैंक जोन्स: जोशीया मूरे के पुराने बॉस थे और दोनों के बीच व्यापारिक प्रतिस्पर्धा थी। कुछ लोगों का मानना था कि जोन्स ने जोशीया की पत्नी के साथ अफेयर की अफवाह के चलते दुश्मनी निभाई हो।
- विलियम मैन्सफिल्ड: इस व्यक्ति पर अपनी ही पत्नी, बच्चे और ससुराल वालों की हत्या का आरोप था। लेकिन घटना के वक्त वह विलिस्का में मौजूद नहीं था।
- जॉर्ज केली: मानसिक रूप से अस्थिर और इस घटना के दिन चर्च में मौजूद था। उसने बाद में हत्या की बात कबूल भी की, लेकिन उसकी मानसिक हालत को देखते हुए उसे छोड़ दिया गया।
123 साल बाद भी रहस्य बरकरार
आज, 123 साल बाद भी यह घटना एक रहस्य बनी हुई है। इस खौफनाक हत्याकांड का कोई ठोस सबूत या कातिल का नाम सामने नहीं आ पाया है। इस घर में आज भी कुछ लोग चीखों की आवाजें सुनने का दावा करते हैं।